शुक्रवार, 11 दिसंबर 2015

कहानी संसार






प्रेमचंद के कथा संकलन
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मानसरोवर -7 मानसरोवर -8
विभाजन की कहानियाँ  
श्रेष्ठ हिंदी कहानियाँ 2000 - 2010
श्रेष्ठ हिंदी कहानियाँ 1990 - 2000
श्रेष्ठ हिंदी कहानियाँ 1980 - 1990
श्रेष्ठ हिंदी कहानियाँ 1970 - 1980
श्रेष्ठ हिंदी कहानियाँ 1960 - 1970
श्रेष्ठ हिंदी कहानियाँ 1950 - 1960
गजानन माधव मुक्तिबोध की कहानियाँ
रेणु की कहानियाँ
मोहन राकेश की कहानियाँ
मनमोहन भाटिया की अभिव्यक्ति (भाग-1)
भैरव प्रसाद गुप्त की कहानियाँ
कुछ चुनी हुई कहानियाँ
अ से अ:
अकलंक - 'अज्ञेय'
अखबार वाला- मनमोहन भाटिया
अपत्नी - ममता कालिया
अपने आँगन से दूर - ख़दीजा मस्तूर (उर्दू)
अपरिचित - मोहन राकेश
अपरिचिता- रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
अमरवल्लरी - 'अज्ञेय'
अमृतसर आ गया है - भीष्म साहनी
अनमोल भेंट - रवींद्रनाथ टैगोर (बांग्ला)
अनाथ - रवींद्रनाथ टैगोर (बांग्ला)
अंदर के पानियों में एक सपना कांपता है - जया जादवानी
अन्नपूर्णा मंडल की आखिरी चिट्ठी - सुधा अरोड़ा
अँधेरा - रमाकांत
अलग-अलग तीलियाँ - प्रभु जोशी
अवगुंठन - रवींद्रनाथ टैगोर (बांग्ला)
अन्तिम प्यार से - रवींद्रनाथ टैगोर (बांग्ला)
अंतिम इच्छा - बदीउज़्ज़माँ
अनुपमा का प्रेम - शरतचंद्र चट्टोपाध्याय (बांग्ला)
अर्धांगिनी -शैलेश मटियानी
अभिमन्यु की आत्महत्या -  राजेंद्र यादव
आकाशदीप -जयशंकर प्रसाद
आख़-थू - प्रेमनाथ 'दर' (उर्दू)
आखिरी झूठ - गुलाबदास ब्रोकर (गुजराती)
आखिरी तिनका - गुलज़ार सिंह संधू (पंजाबी)
आख़िरी बातचीत - लू शुन (चीनी)
आखिरवीं विदा - डॉ. सूर्यबाला
आर्द्रा - मोहन राकेश
आर्ट का पुल -फ़हीम आज़मी (उर्दू)
इंसानियत - करतार सिंह दुग्गल (पंजाबी)
अलग अलग तीलियाँ -  प्रभु जोशी
इतवार नहीं - कुणाल सिंह
इति - गीतांजलि श्री
इस्माइल शेख़ की तलाश में - होमेन बरगोहात्रि (असमिया)
ईश्वर द्रोही - पांडेय बेचन शर्मा 'उग्र'
उसका आकाश - राज़ी सेठ
उसकी कहानी - राधाकृष्ण
उसकी रोटी - मोहन राकेश
उसने कहा था -चंद्रधर शर्मा गुलेरी
एक और ज़िंदगी - मोहन राकेश
एक छोटा-सा मज़ाक - अंतोन चेख़व (रूसी)
एक देर शाम - अजय नावरिया
एक प्लेट सैलाब - मन्नू भंडारी
एक पाठक - मक्सिम गोर्की (रूसी)
एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना -अमृता प्रीतम (पंजाबी)
एक शिकायत सबकी - विद्यासागर नौटियाल
ओ रे चिरुंगन मेरे - मीना काकोडकर (कोंकणी)
ओ हरामज़ादे - भीष्म साहनी
ट से ण
टोबा टेकसिंह - सआदत हसन मन्टो (उर्दू)
ठंडा गोश्त - सआदत हसन मंटो (उर्दू)
ठंडी दीवारें - गुरमुख सिंह जीत (पंजाबी)
डिप्टी कलेक्ट्री - अमरकांत
ढिबरी टाईट - तेजेंद्र शर्मा
त से न
तकसीम - गुलज़ार (उर्दू)
ताई - विश्वंभरनाथ शर्मा 'कौशिक'
तीन काल कथा - काशीनाथ सिंह
तीस साल बाद - रवींद कालिया
तुम भी - राजी सेठ
दर्शक - प्रियंवद
दारोश - एस. आर. हरनोट
दिल्ली में एक मौत - कमलेश्वर
दूसरा ताजमहल - नासिरा शर्मा
दोपहर का भोजन - अमरकांत
धन की भेंट -रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
धरती से नाता - मोतीलाल जोतवाणी(सिंधी)
धुआँ - गुलज़ार (उर्दू)
धूल तेरे चरणों की - लोचन बक्शी (पंजाबी)
नई रोशनी -रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
नमक का दारोगा -प्रेमचंद
नहान -अस्र्ण प्रकाश
नामालूम सी एक खता - आचार्य चतुरसेन शास्त्री
निर्दोष - मनमोहन भाटिया
निर्मोही - ममता कालिया
नींद नहीं आती - सज्जाद ज़हीर
नौकरी की आवश्यकता - लक्ष्मी नंदन बोरा(असमिया)
नौ साल छोटी पत्नी - रवींद्र कालिया
नंगी तस्वीरें - देवेंद्र इस्सर
य से श


यह स्वतंत्रता - रवींद्रनाथ टैगोर (बांग्ला)
यही सच है - मन्नू भंडारी
यहीं तक - राजी सेठ
यात्रा - मनोज कुमार पांडेय
यात्रा-मुक्त - राजी सेठ
या खुदा - कुदरतुल्ला शहाब (उर्दू)
यादें - गुलज़ार अहमद (सिंधी)
युद्ध - लुइगी पिरांडेलो
यूडित और ऐस्तैर - जिग़मोंद मोरित्स(हंगेरियन)
रमन्ते तत्र देवता: - ''अज्ञेय''
राजा निरबंसिया - कमलेश्वर
रानी केतकी की कहानी - सैयद इंशा अल्ला खां
राक्षस - सविंदर सिंह उप्पल (पंजाबी )
रिसते घाव - बूटा सिंह (पंजाबी )
रिश्ता - कन्सतान्तिन पाउस्तोव्स्की (रूसी)
रंग बदलता मौसम - सुभाष नीरव
लहू पुकारे आदमी - मधुकर सिंह
लाजवंती - राजिंदर सिंह बेदी (पंजाबी)
लालबहादुर का इंजन - राकेश मिश्र
लिली - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
लिहाफ - इस्मत चुगताई (उर्दू)
लुटा हुआ - जयंती दलाल (गुजराती)
व्यथा का सरगम - अमृत राय
वाङ्चू - भीष्म साहनी
वज़ूद - अखिलेश
वह और जगह - ह्रदयेश
वह उसे क्यों पसंद करती है -अर्चना पैन्यूली
विजेता - सुषमा मुनींद्र
विदा- रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
विद्रोही - रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
विलासी - शरतचंद्र चट्टोपाध्याय (बांग्ला)
विद्रोही के चरणों पर - जनार्दन प्रसाद झा 'द्विज'
शरणदाता - 'अज्ञेय'
शहीद - पद्मा राय
शाह आलम कैम्प की रूहें - असगर वज़ाहत
शिक्षा - मनमोहन भाटिया
शुक्रगुजार आँखें - हयात उल्लाह अंसारी (उर्दू)
ष से ज्

स्वाँग - मनीषा कुलश्रेष्ठ
संक्रमण - कामतानाथ
सच का सौदा - सुदर्शन
सच्चो सच - मीरा सीकरी
समाज का शिकार - रवींद्रनाथ टैगोर (बांग्ला)
सरदार जी - ख्वाजा अहमद अब्बास (उर्दू)
सरहद के इस पार -नासिरा शर्मा
सरहद पर
- नंद किशोर विक्रम (उर्दू)
सहपाठी - सत्यजित राय (बांग्ला)
सयानी बुआ - मन्नू भंडारी
सिक्का बदल गया - कृष्णा सोबती
सिंगारदान -शमोएल अहमद
सीमाएँ - मोहन राकेश
सीमांत - रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
सीढियाँ - इंतज़ार हुसैन (उर्दू)
सुहागिनें - मोहन राकेश
सेराज बैंड बाजा-जयनंदन
सेवड़ी रोटियाँ और जले आलू - हरि भटनागर
सोने का चाकू - अखिलेश
सोने का सुअर - मनोज कुमार पांडेय
सोलह आने - त्रिलोचन
हमारा देश - इब्ने इंशा(उर्दू)
हवा पूरी है - मनमोहन भाटिया
हाकिम कथा - अखिलेश
हारिति - 'अज्ञेय'
हिंदुस्तान से एक खत - इंतिजार हुसैन (उर्दू)
हिंदुस्तान छोड़ दो - इस्मत चुग़ताई(उर्दू)
हार की जीत - सुदर्शन
हालदार परिवार- रवींद्रनाथ टैगोर (बांग्ला)
होंठों के नीले फूल - प्रियंवद
होली का मज़ाक
- यशपाल
हीली-बोन् की बत्तखें - 'अज्ञेय'
श्रृंखला - अखिलेश

क से ड.
कंचन - रवींद्रनाथ टैगोर (बांग्ला)
कठपुतलियाँ - मनीषा कुलश्रेष्ठ
कमज़ोर -अंतोन चेख़व (रूसी)
करवा का व्रत - यशपाल
कल कहाँ जाओगी - पद्मा सचदेव (डोगरी)
कलाकार की मुक्ति - 'अज्ञेय'
कल्याण का अंत - जयनंदन
कवि और कविता - रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
कवि का हृदय - रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
कस्बे का आदमी - कमलेश्वर
काँसे का गिलास - सुधा अरोड़ा
काबुलीवाला - रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
कानदाँव - स्वयं प्रकाश
कामरूपी - यू. आर अनंतमूर्ति (कन्नड़)
कितने पाकिस्तान - कमलेश्वर
कारोबार - ओमा शर्मा
कालिंदी - मनीषा कुलश्रेष्ठ
कुरजां - मनीषा कुलश्रेष्ठ
करोड़पति - सूरज प्रकाश
कुश्ती - योगेंद्र आहूजा
केयर ऑफ स्वात घाटी - मनीषा कुलश्रेष्ठ
केंचुल - प्रत्यक्षा
कोसी का घटवार -शेखर जोशी
क्रिकेट मैच- मनमोहन भाटिया
कहानीकार - राजू शर्मा
खोया हुआ मोती - रवींद्रनाथ टैगोर (बांग्ला)
खोई हुई खुशबू - अफ़जल अहसन रंधावा (पंजाबी)
खोल दो - सआदत हसन मंटो (उर्दू)
गड़रिया - अशफाक अहमद  (उर्दू)
गदल - रांगेय राघव
गलत-सलत - रमेश उपाध्याय
गर्मियों के दिन - कमलेश्वर
गुलमेंहदी की झाड़ियाँ - तरुण भटनागर
गूंगी - रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
गैर मुल्की लडकी - अल्ताफ़ फ़ातिमा (उर्दू)
गैंग्रीन -'अज्ञेय'
घास -कुलवंत सिंह विर्क (पंजाबी)
च से ञ
चंद्रावती अथवा नासिकेतोपाख्यान (भाग-1)- सदल मिश्र
चमड़े का अहाता - दीपक शर्मा
चलो जी किस्सा मुख्तसर - प्रत्यक्षा
चारा काटने की मशीन -उपेंद्रनाथ अश्क
चिमगादड़ें - मृणाल पांडे
चित्र का शीर्षक -यशपाल
चिड़िया ऐसे जीती है - मधु कांकरिया
चीलें - भीष्म साहनी
चीफ क़ी दावत -भीष्म साहनी
चुल्लू भर पानी चुल्लू भर खून - ना.ग.गोरे (मराठी)
चूहेदानी - दूधनाथ सिंह
चोर सिपाही - मो. आरिफ
चौथा हादसा -स्वयं प्रकाश
चौथी का जोडा - इस्मत चुग़ताई (उर्दू)
छाया - गुरुदेव सिंह रुपाणा (पंजाबी)
जडें - इस्मत चुगताई (उर्दू)
ज़ख़्म - मोहन राकेश
जन्मभूमि - देवेंद्र सत्यार्थी
ज़हर और दवा - अभिमन्यु अनत शबनम
जल्लाद - पांडेय बेचन शर्मा 'उग्र'
ज्वार - संजीव
जनाज़ा - शानी
जंगल - सच्चिदानंद राउतराय (उड़िया)
जानवर और जानवर - मोहन राकेश
जिजीविषा - ''अज्ञेय''
जिज्ञासा - ''अज्ञेय''
जीना तो पड़ेगा - अब्दुल बिस्मिल्लाह
जीनियस - मोहन राकेश
जमीन अपनी तो थी - चंदन पांडेय
झूमर - भीष्म साहनी
शीर्ष पर वापस
पागल - राधाकृष्ण
पगला बाबा - गोविंद मिश्र
पतझड़ की आवाज - कुरतुल-एन-हैदर (उर्दू)
पत्तर अनाराँ दे -ए. हमीद (उर्दू)
पत्नी का पत्र - रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
पनाहगाह -जोगिंदर पाल (उर्दू)
पलंग - प्रियंवद
परमात्मा का कुत्ता - मोहन राकेश
परमेशर सिंह - अहमद नदीम कासनी (उर्दू)
परदेसी - बदीउज़्ज़माँ
पागल - राधाकृष्ण
पासंग - मेहरुन्निसा परवेज
पाषाणी - रवींद्रनाथ टैगोर (बांग्ला)
पानी और पुल - महीप सिंह
पिंजर - रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
पेशावर एक्सप्रेस -कृशन चंदर (उर्दू)
पुरोहित जिसने मछलियाँ पालीं - मनोज कुमार पांडेय
प्रेम का मूल्य -रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
प्रेम से पहले -लवलीन
पुर्जा - अगस्ट स्टिंडबर्ग 
फंदा - आचार्य चतुरसेन शास्त्री
फाँसी - विश्वम्भरनाथ शर्मा 'कौशिक '
फ़ाख़्ताएँ - जोगिंदर पाल (उर्दू)
फूलों का कुर्ता - यशपाल
फैंस के इधर और उधर - ज्ञानरंजन
फैसला - भीष्म साहनी
फ़ोटोग्राफ़र - क़ुर्रतुल ऎन हैदर (उर्दू)
फ़ौलाद का आकाश - मोहन राकेश
ब्लू टर्बन - मनमोहन भाटिया
बड़ी दादी - मनमोहन भाटिया
बदला - 'अज्ञेय'
बनवास - जमीला हाशमी (उर्दू)
बहुरि अकेला -मालती जोशी
बाऊजी और बंदर - सूर्यबाला
बारिश की रात -मिथिलेश्वर
बाहरी लोग - राजी सेठ
बिंदा - महादेवी वर्मा
बू - सआदत हसन मंटो (उर्दू)
बूढ़ा जो शायद था ही नहीं - मनोज कुमार
ब्रह्मराक्षस का शिष्य - मुक्तिबोध
बेज़बान -द्रोणवीर कोहली
भगवान ने कहा था - सूर्यबाला
भाई-भाई - रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
भाग इन बुरदांफरोशों सॆ -रामानंद सागर (उर्दू)
भाभी - इस्मत चुग़ताई (उर्दू)
भासा - अस्र्ण प्रकाश
भिखारिन - रवींद्रनाथ टैगोर(बांग्ला)
मकान - कामतानाथ
मंदी - मोहन राकेश
मलबे का मालिक -मोहन राकेश
महावटों की एक रात -  अहमद अली
मवाली - मोहन राकेश
मानपत्र - संजीव
मामूली लोग - श्रवण कुमार
मायकल लोबो
-गोविंद मिश्र
मारे गये गुलफाम - फणीश्वर नाथ रेणु
मिस पाल -मोहन राकेश
मुक्ति - देवेंद्र इस्सर
मुबीना या सकीना -गुरुबख्श सिंह (पंजाबी )
मेजर चौधरी की वापसी - 'अज्ञेय'
मेरा वतन -विष्णु प्रभाकर
मेरी माँ कहाँ -कृष्णा सोबती
मेरे देश की मिट्टी, अहा - मृदुला गर्ग
मेला - ममता कालिया
मैमूद - शैलेश मटियानी
मैंनू ले चले बाबुला लै चले वे - ख़दीजा मस्तूर (उर्दू)
मेरी फर्नांडिस क्या तुम तक मेरी आवाज पहुँचती है? - धीरेंद्र अस्थाना
मौत - वेद राही (डोगरी)

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 एक दौर था.. जब जावेद अख़्तर के दिन मुश्किल में गुज़र रहे थे ।  ऐसे में उन्होंने साहिर से मदद लेने का फैसला किया। फोन किया और वक़्त लेकर उनसे...